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आंध्र प्रदेश के लिए नए रेलवे जोन की घोषणा
- दक्षिण तट रेलवे
- मुख्यालय – विशाखापट्टनम
- 18 रेलवे जोन
भारतीय रेलवे खानपान एवं पर्यटन निगम – रेल कनेक्ट ऐप्प
Indian Railways showcased its tableau in prestigious Republic Day Parade this year with the theme “Mohan se Mahatma”
राष्ट्रीय ई-गवर्नेंस पुरस्कार से सम्मानित किया गया
- लोगों को ज्यादा सुविधा देने
- डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा देने
- तेजी से ट्रेन टिकट बुकिंग के लिए
70वां गणतंत्र दिवस 2019 पर भारतीय रेलवे की झांकी का विषय क्या था?
- रेलवे की झांकी नहीं निकली इस साल
- मोहन से महात्मा
- युग पुरुष अम्बेडकर
- घर घर जन्में राम
70वां गणतंत्र दिवस 2019 भारतीय रेलवे की ‘मोहन से महात्मा’ झांकी
- भारतीय रेलवे की झांकी में “मोहन दास करम चंद गांधी के महात्मा गांधी में रूपांतरण” को दर्शाया गया है 1893 की वह घटना, जब युवा मोहन दास को दक्षिण अफ्रीका के पीटरमैरिट्जबर्ग रेलवे स्टेशन पर एक “यूरोपियन ऑनली” डिब्बे से बाहर निकाल दिया गया था और इसका परिणाम यह हुआ कि इस घटना ने उन्हें ‘सत्याग्रह’ करने के लिए एक उत्प्रेरक के रूप में काम किया।
- झांकी के अगले हिस्से में एक भाप के इंजन को दर्शाया गया है। इसके शीर्ष पर महात्मा गांधी की प्रतिमा है जो जून 2018 में दक्षिण अफ्रीका के पीटरमैरिट्जबर्ग रेलवे स्टेशन पर स्थापित प्रतिमा के समान है।
ट्रेन-18/ वंदे भारत एक्सप्रेस
- हरी झंडी किसने दिखाई – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने
- 15 फरवरी
- पहली यात्रा – दिल्ली से वाराणसी
- बनी कहाँ है? – इंटीग्रल कोच फैक्ट्री, पेरंबूर, चेन्नई
भीम राव अंबेडकर एवं भगवान बुद्ध से जुड़े स्थलों के लिए ‘समानता एक्सप्रेस’
- डॉ. भीम राव अंबेडकर की 128वीं जन्मदिवस को ध्यान में रख इस ट्रेन को चलाने का निर्णय लिया गया है। (14 अप्रैल) यह ट्रेन न केवल बाबा साहब से जुड़ी दीक्षांभूमि व चैत्यभूमि का दर्शन कराएगी बल्कि बुद्घ से जुड़े दर्शनीय स्थलों तक भी पहुंचेगी।
- दीक्षाभूमि भारत में बौद्ध धर्म का एक प्रमुख केंद्र है। महाराष्ट्र राज्य की नागपुर शहर में स्थित इस पवित्र स्थान पर डॉ॰ भीमराव आंबेडकर जी ने बौद्ध धम्म दीक्षा लेकर बौद्ध धर्म की दीक्षा
भीम राव अंबेडकर एवं भगवान बुद्ध से जुड़े स्थलों के लिए ‘समानता एक्सप्रेस’
- चैत्यभूमि मुंबई के दादर स्थित भारतीय संविधान के निर्माता भारतरत्न डॉ भीमराव आंबेडकर जी की समाधि स्थली और बौद्ध धर्म के लोगो का आस्था का केंद्र हैं।
- यह ट्रेन 14 अप्रैल 2019 को नागपुर से रवाना होगी।
- यह ट्रेन भारतीय रेलवे खानपान और पर्यटन निगम (IRCTC) द्वारा चलाई जाएगी।
- चैत्यभूमि (मुंबई)
- महू (इंदौर)
- बोधगया (गया)
- सारनाथ (वाराणसी)
- लुम्बिनी (नौतनवां)
- कुशीनगर (गोरखपुर)
- दीक्षाभूमि (नागपुर)
रामायण एक्सप्रेस
- दिल्ली के सफदरजंग रेलवे स्टेशन से 14 नवंबर, 2018 को प्रथम रामायण एक्सप्रेस हरी झंडी दिखाकर रवाना की गई
- यह हिंदू महाग्रंथ रामायण में वर्णित सभी जगहों से गुजरेगी।
- यह रेलगाड़ी तमिलनाडु के रामेश्वरम तक की यात्रा 16 दिन में पूरी करेगी
- सफदरजंग स्टेशन से रवाना होने के पश्चात अपने पहले स्टॉपेज अयोध्या में, यहां से यह हनुमानगढ़ी रामकोट, कनक भवन मंदिर, नंदीग्राम, सीतामढ़ी, जनकपुर, वाराणसी, प्रयाग,शृंगवेरपुर, चित्रकूट, नासिक, हम्पी तथा रामेश्वरम जाएगी।
रामायण सर्किट में शामिल जगह हैंः
- अयोध्या, नंदीग्राम, शृंगवेरपुर व चित्रकूट (उत्तरप्रदेश)
- सीतामढ़ी,बक्सर और दरभंगा (बिहार)
- चित्रकूट (मध्य प्रदेश)
- महेंद्रगिरी (ओडिशा),
- जगदलपुर (छत्तीसगढ़),
- नासिक व नागपुर (महाराष्ट्र),
- भद्राचलम (तेलंगाना)
- हम्पी (कर्नाटक)
- रामेश्वरम (तमिलनाडु)।
पुणे-सिकंदराबाद शताब्दी – भारत की सबसे स्वच्छ रेलगाड़ी
- आईआरसीटीसी द्वारा कराए गए ‘पूर्ण स्वच्छता सर्वेक्षण’ के अनुसार प्रीमियम श्रेणी के रेलगाडि़यों में उत्तर पश्चिम रेलवे सर्वाधिक स्वच्छ रेलवे जोन है। वहीं इसी श्रेणी में दक्षिण मध्य रेलवे सबसे कम स्वच्छ जोन है।
- गैर-प्रीमियम श्रेणी में दक्षिण रेलवे सर्वाधिक स्वच्छ रेलवे जोन है। इस श्रेणी में पूर्व मध्य रेलवे सबसे गंदा रेलवे जोन है।
- राजधानी, शताब्दी, दुरांतो, तेजस और गतिमान एक्सप्रेस प्रीमियम श्रेणी में हैं जबकि संपर्क क्रांति, इंटरसिटी, जन शताब्दी तथा अन्य मेल एवं एक्सप्रेस गाडि़यां गैर-प्रीमियम श्रेणी में शामिल हैं।
- देश की कुल 26 शताब्दी रेलगाडि़यों में पुणे-सिकंदराबाद सर्वाधिक स्वच्छ शताब्दी के अलावा सर्वाधिक स्वच्छ रेलगाड़ी है। इसके पश्चात हावड़ा-रांची तथा दिल्ली-कानपुर शताब्दी सर्वाधिक स्वच्छ है।
- देश के 23 राजधानी ट्रेनों में मुंबई राजधानी सर्वाधिक स्वच्छ है।
- 20 संपर्क क्रांति रेलगाडि़यों में कोचुवेली-चंडीगढ़ सर्वाधिक स्वच्छ
- 20 इंटरसिटी सेवाओं में केएसआर बंगलुरू-एर्नाकुलम सर्वाधिक स्वच्छ इंटरसिटी रेलगाड़ी है।
- उपर्युक्त सर्वेक्षण आईआरसीटीसी द्वारा कराया गया
- उपर्युक्त सर्वेक्षण ‘स्वच्छ रेल-स्वच्छ भारत’ मिशन के तहत किया गया।
स्वच्छ रेलवे स्टेशन सर्वे
- ए-1 स्टेशन श्रेणी
- जोधपुर ए-1 स्टेशन श्रेणी के तहत सबसे स्वच्छ स्टेशन
- जयपुर का स्टेशन दूसरे नंबर पर और आंध्र प्रदेश का तिरुपति स्टेशन तीसरे स्थान पर
- मथुरा रेलवे स्टेशन ए-1 स्टेशन श्रेणी में सबसे गंदा स्टेशन घोषित किया गया।
- ए स्टेशन श्रेणी
- राजस्थान का मारवाड़ पहले और फुलेरा दूसरे नंबर पर रहा। आंध्र का वारंगल स्टेशन इस श्रेणी में तीसरे स्थान पर रहा
- उत्तर प्रदेश का शाहगंज स्टेशन ए श्रेणी के तहत सबसे गंदा स्टेशन रहा।
- उत्तर पश्चिमी रेलवे (एनडब्ल्यूआर) सफाई जोन की सूची में सबसे शीर्ष पर